Wednesday, September 7, 2011

तेरा नाम सुनके दाता दर पर फकीर आया

तेरा नाम सुनके दाता दर पर फकीर आया,
उस नाम के मुताबीक कर दो करम खुदाया
सुनते हैं जो भी आया भर भर के झोली पाया.
पर यह फकीर मौला झोली न संग लाया
गर खाली हाथ लौटा तो कान खोल कर सुन,
हो जायेगा यहां से तेरे नाम का सफाया
सामान दे या ना दे मर्जी तेरी हे रहवर,
झोली तो दे दे दाता ठोकर बहुत हे खाया
है देर तेरे घर में अन्धेर तो नहीं हैं,
तेरे आशिकों ने मुझको यह राज है बताया

- JAGADGURU SHREE KRIPALUJI MAHARAJ

No comments:

Post a Comment