तेरा नाम सुनके दाता दर पर फकीर आया,
उस नाम के मुताबीक कर दो करम खुदाया
सुनते हैं जो भी आया भर भर के झोली पाया.
पर यह फकीर मौला झोली न संग लाया
गर खाली हाथ लौटा तो कान खोल कर सुन,
हो जायेगा यहां से तेरे नाम का सफाया
सामान दे या ना दे मर्जी तेरी हे रहवर,
झोली तो दे दे दाता ठोकर बहुत हे खाया
है देर तेरे घर में अन्धेर तो नहीं हैं,
तेरे आशिकों ने मुझको यह राज है बताया
- JAGADGURU SHREE KRIPALUJI MAHARAJ
उस नाम के मुताबीक कर दो करम खुदाया
सुनते हैं जो भी आया भर भर के झोली पाया.
पर यह फकीर मौला झोली न संग लाया
गर खाली हाथ लौटा तो कान खोल कर सुन,
हो जायेगा यहां से तेरे नाम का सफाया
सामान दे या ना दे मर्जी तेरी हे रहवर,
झोली तो दे दे दाता ठोकर बहुत हे खाया
है देर तेरे घर में अन्धेर तो नहीं हैं,
तेरे आशिकों ने मुझको यह राज है बताया
- JAGADGURU SHREE KRIPALUJI MAHARAJ
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